स्वर शब्द |
उनके पर्यायवाची शब्द |
अरण्य |
वन, विपिन, अटवी, कानन, जंगल, कांतार, गहन, अख्य, बीहड़, सहरा, झाड़ी, विटप । |
अग्नि |
आग, अनल, पावक, दव, धूम्रकेतु, धनञ्जय, जातवेद, हुताशन, वैश्वानर, ज्वाला, वायुसखा, दहन, ज्वलन, कृषानु, रोहिताश्व, वहिन, हुतभुक, शिखी, अरुण I |
अचल |
गिरि, शैल, नग, महीधर, अद्रि, अडिग, अटल, अविचल, स्थिर, दृढ़, पर्वत, भूधर, नगपति, शिखर, तुंग, धरणीधर, पहाड़, पहाड़ी, कूट, धराधर, श्रृंगी, भूमिधर, कोह, भूभृत, मेरु। |
अचला |
पृथ्वी, धरा, वसुन्धरा, वसुधा, धरती, क्षिति, उर्वी, अवनि, मेदिनी, इला, भूमि, रत्नगर्भा, जमीन, मही, धरित्री, भू, धरणी जगत, जगती, थल, भूतल, भूमंडल, रसा, वसुमति। |
अक्षर |
अक्षरी, वर्तनी, लिपि, लिखावट, लिपिचिह्न, अक्षय, नित्य, मोक्ष, वर्ण, शिव, ब्रह्म, अक्षर ब्रह्म, अनन्त, हरुफ, अविनाशी। |
अनुपम |
अद्भुत, अनूठा, अपूर्व, अद्वितीय, अनोखा, निराला, अभूतपूर्व, अप्रतिम, उपमारहित, निरुपम, अतुल, अतुलनीय, अनुपमेय, बेजोड़, लाजवाब। |
अमृत |
सुधा, अमिय, सोम, पीयूष, अमी, सुरभोग, मधु, जीवनोदक, आबेहयात, देवान्न, देवाहार, शशिरस I |
अश्व |
हय, बाजि, वाजि, तुरंग, घोटक, घोड़ा, रविसुत, रविपुत्र, दधिका,सर्ता, सैंधव I |
अज |
ब्रह्मा, ईश्वर, दशरथ के जनक, विधि, विधाता, स्वयंभू, प्रजापति, आत्मभू, लोकेश, पितामह, चतुरानन, विरंचि, विरंच अज, कर्तार, कमलासन, नाभिजन्मा, हिरण्यगर्भ, प्रजाधिप, सृष्टकर्ता, स्रष्टा, जगद्योनि, धाता, बिधना, चतुर्मुख, परमेष्ठी, हंसवाहन, अब्जयोनि I |
अन्वेषण |
गवेषण, खोज, जाँच, शोध, अनुसंधान, छानबीन, पूछताछ । |
अभिप्राय |
मंशा, तात्पर्य, आशय, उद्देश्य, प्रयोजन, मतलब । |
आकाश |
गगन, नभ, अम्बर, व्योम, अनन्त, अन्तरिक्ष, शून्य, अभ्र, पुष्कर, तारापथ, नाक, आसमान, फलक, दिव, खगोल, द्यु, द्यौ, द्युलोक, नभमण्डल, अधर, अर्श, उर्ध्वलोक, गगनमण्डल, छायापथ I |
आदित्य |
भास्कर, दिवाकर, दिनकर, सूर्य, प्रभाकर, सविता, रवि, भानु, दिनेश, दिनमणि, मित्र, अंशुमान, अरुण, कमलबंधु, भास्मान, मार्तण्ड, सूरज, विभाकर, अंशुधर, अंशपति, अंशुमाली, आफ़ताब, किरणमाली, तरणि, दिननायक, दिनपति, दिनेश्वर, दिवेश, नलिनेश, मिहिर, पूषा, मरीचि, पद्मबंधु, सहस्त्रकर । |
आम |
सहकार, रसाल, आम्र, पियम्बु, पिकबन्धु, अमृतफल, अंब, फलश्रेष्ठ, मधुरासव, पिकप्रिय, पिकवल्लभ, सौरभ, मादक, अतिसौरभ, कामशर। |
आँख |
लोचन, नयन, नेत्र, चक्षु, दृग, अक्षि, अम्बक, चख, दीदा, ईक्षण, विलोचन, प्रेक्षण दृष्टि, दृगेंद्रिय, नैन, नज़र। |
आँगन |
अँगना, अजिर, प्रांगण, अहाता, सहन, परिसर । |
आशीर्वाद |
आशीष, आशीर्वचन, मंगलकामना, दुआ, वरदहस्त, कृपा, शुभकामना, विनती, शुभाशीश, प्रसाद I |
आदरणीय |
पूज्य, पूजनीय, मान्यवर, माननीय, सम्माननीय श्रद्धास्पद, प्रतिष्ठित, उपाधित, पूजित, मान्य, अर्चनीय, योग्य, प्रशंसनीय, वंद्य, नमनीय। |
आकाश गंगा |
स्वर्गनदी, सुरनदी, मन्दाकिनी, नभोनदी, नभगंगा, आकाशनदी, सूरदीर्घिका, व्योमगंगा। |
आनंद |
सुख, चैन, प्रसन्नता, मोद, विनोद, प्रमोद, हर्ष, आह्वाद, उल्लास, आमोद, खुशी, मज़ा, लुत्फ़। |
आँसू |
अश्रु, नेत्रनीर, नयनजल, नेत्रवारि, नयननीर, नेत्रजल, चक्षुजल, दृगजल, दृगंब, अश्क । |
इच्छा |
अभिलाषा, आकांक्षा, कांक्षा, कामना, लालसा, उत्कंठा, वांछा, रुचि, तृष्णा, मनोरथ, चाह, मर्जी, स्पृहा, लिप्सा, मुराद, ईप्सा, ईहा, ख्वाहिश, तमन्ना, मनोकामना, आरजू । |
इन्द्र |
मधवा, पुरंदर, शचीपति, शक्र, देवराज, सुरपति, अमरपति, अमरनाथ, देवपति, देवेन्द्र, देवेश, मघवा, मेघराज, वज्रधर, वृत्रहा, सहस्राक्ष, सुरराज, सुरेन्द्र, सुरेश, सुरेश्वर, महेन्द्र, वासव, विडौजा, मरूत्पाल, पाकशासन, शुक्र, अमरेश, वज्री, वृषा, नाकपति, पुरूहूत, सुनासीर, गोत्रमिद, दिशिराज, शतक्रतु, शचीपति, संकनन्दन, वृद्धश्रवा, शतमन्यु I |
इन्द्राणी |
इन्द्रवधू, इन्द्रा, शची, पुलोमजा, मधवानी, ऐंद्री, शतावरी, पौलोमी, इन्द्रभार्या I |
इन्द्रपुरी |
देवलोक, अमरावती, इन्द्रलोक, देवेन्द्रपुरी, सुरपुर । |
ईश्वर |
भगवान, परमेश्वर, परमात्मा, प्रभु, दीनानाथ, ईश, जगत्प्रभु, अज, जगदीश, जगन्नाथ, ब्रह्म। |
ईर्ष्या |
मत्सर, जलन, डाह, कुढ़न, द्वेष, स्पर्धा, विद्वेष, रश्क, हसद, ईर्षा । |
ईख |
गन्ना, ऊख, रसडण्ड, रसाल, पैंडी, रसद । |
उजाड़ |
निर्जन, वीरान, बियावान, सुनसान, बरबाद, खण्डहर, ध्वस्त, उजाड़, ऊसर, बंजर । |
उपासना |
आराधना, पूजा, सेवा, अर्चना, इबादत । |
उत्साह |
ज़ोश, हौसला, उमंग, साहस, उबाल। |
उत्सुक |
व्यग्र, आतुर, उत्कण्ठित, रुझान, रुचि । |
उपालंभ |
उलाहना, शिकवा, शिकायत I |
उल्लू |
कौशिक, उलूक, लक्ष्मीवाहन, चुगद, मूर्ख, घुग्घू, खूसट। |
ऊँट |
लम्बोष्ठ, महाग्रीव, क्रमेलक, उष्ट्र, करभ, साँड़िया, शुतुर, क्रमेल, कंटकाशन। |
ऊँघ |
तंद्रा, ऊँघाई, झपकी, अर्धनिद्रा, अलसाई । |
ऊँचा |
उच्च, उत्तुंग, बुलंद, ऊर्ध्व, ऊपर, तुंग, उन्नत, शीर्षस्थ । |
ऋद्धि |
संपन्नता, बढ़ती, बढ़ोत्तरी, वृद्धि, समृद्वि । |
ऋषि |
मुनि, मनीषी, साधु, महात्मा, संत, मन्त्रस्रष्टा I |
एकांत |
सुनसान, शून्य, सूना, निर्जन, विजन, शान्त, अकेला, एकाकी, तनहा, वीरान, निभृत, बियाबान, सन्नाटा। |
ऐच्छिक |
स्वेच्छाकृत, वैकल्पिक, अख़्तियारी, सविकल्प, मनचाहा । |
ऐश्वर्य |
वैभव, सम्पदा, सम्पन्नता, समृद्धि, श्री, सम्पत्ति, धनसम्पत्ति, ऋद्धि। |
ओस |
तुषार, हिमकण, हिमसीकर, हिमबिन्दु, तुहिनकण, शबनम, तुहिन, नीहारकण, नीहार, मिहिका, शीत । |
ओंठ |
होंठ, अधर, ओष्ठ, दन्तच्छद, रदनच्छद । |
औषधि |
भेषज, दवा, दवाई, औषध, जड़ी-बूटी । |